जान पर खेलकर बचाई गाय की जान !! गिरिपार के दया और लाल बने मिसाल' गाय को पीठ पर उठा...

                                                                       

गाय को पीठ पर उठाये दया और लाल

हिमाचल के जिला सिरमौर का गिरिपार क्षेत्र अपनी अनूठी संस्कृति, पुरातन परम्पराओं और रीति रिवाज़ों के लिए अक्सर चर्चा में रहता है। 

इंसानियत और हिम्मत की मिसाल

अब हाल ही के कुछ दिनों से गिरिपार इलाके के दो ग्रामीणों की इंसानियत और हिम्मत की मिसाल।  इन दिनों लोगों के बीच चर्चा में है। दरअसल शिलाई विधानसभा क्षेत्र की क्यारी गुडाहां पंचायत के, कुराई गांव का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। भारी बारिश के कारण गांव के सभी मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए पड़े हैं। ऐसे में एक ग्रामीण दीपराम शर्मा की गाय सख्त बीमार हो गई। एक बीमार गाय को पशु अस्पताल तक पहुंचाना नामुमकिन जैसा लग रहा था, जब कि अस्पताल गाँव से तीन किलोमीटर था। लेकिन कुराई गांव के दया राम और लाल सिंह ने गाय को पशु अस्पताल पहुंचाने का निश्चय कर लिया। उन्होंने डेढ़ से दो क्विंटल वजन की बीमार गाय को रस्सी से अपनी पीठ पर बांध लिया और करीब 400 मीटर तक पहाड़ी रास्ता पार किया।  हालाँकि बीच में बीमार गाय सीधे रास्ते पर पैदल भी चली। लेकिन बाकि रास्ता पहाड़ी था जिसे गाय को पीठ पर उठा कर पार किया गया। गौ सेवा का ऐसा उदाहरण पहले शायद ही कहीं देखा गया हो। 

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ये रास्ता बेहद खतरनाक और फिसलन भरा था। जरा सी चूक भारी जानलेवा साबित हो सकती थी। लेकिन दोनों ग्रामीणों ने पूरी सावधानी और साहस के साथ अपने कदम बढ़ाए और बिना रुके गाय को सुरक्षित अस्पताल तक पहुंचा दिया। तीन किलोमीटर दूर गुडाहां स्थित पशु अस्पताल में गाय का सफल इलाज हुआ और एक दिन बाद जब उसकी तबीयत ठीक हो गई' तो दीपराम उसे वापस घर ले आया।

                                                               


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दोस्तों ये घटना न केवल गौ सेवा की भावना को दिखाती है' बल्कि यह भी बताती है कि गांवों में संसाधनों की कमी के बावजूद' लोगों में जिम्मेदारी और संवेदना की कोई कमी नहीं है। सोशल मीडिया पर भी इन दोनों ग्रामीणों के जज्बे और सेवा भावना की खूब चर्चा सराहना हो रही है। 

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