तीन युवकों को बिना लाइसेंस की पिस्तौल और 11 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। मामला बालूगंज थाने के अंतर्गत दर्ज किया गया है और जांच जारी है। तीनों युवक टुटू इलाके के एक निजी भवन में..
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सांकेतिक इमेज |
शिमला में पुलिस ने पंजाब से आए तीन युवकों को बिना लाइसेंस की पिस्तौल और 11 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। मामला बालूगंज थाने के अंतर्गत दर्ज किया गया है और जांच जारी है। तीनों युवक टुटू इलाके के एक निजी भवन में ठहरे हुए थे।
एएसआई सुशील कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि टूटू क्षेत्र के बाबूराम भवन की पहली मंजिल पर बाहरी राज्य के कुछ युवक ठहरे हुए हैं और हो सकता है कि वो नशे के कारोबार से सम्बंधित हों । सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मौके पर जाकर स्थानीय गवाहों की मौजूदगी में कमरे की तलाशी ली। हालांकि यहाँ से नशे से संबंधित कोई सामान बरामद नहीं हुआ, लेकिन इन तीन युवकों से एक पिस्तौल और कारतूस मिलने पर तीनों को हिरासत में ले लिया गया।
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गिरफ्तार युवकों की पहचान पंजाब के गुरजीत सिंह (27 ) निवासी जिला मुक्तसर, प्रदीप कुमार उर्फ सुखा (24 ) निवासी गांव संपावली, पंजाब और जगपाल सिंह (27 ) निवासी जिला फाजिल्का पंजाब के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इन हथियारों को ये लोग किस उद्देश्य से शिमला लाए थे और इन्हें कहां से हासिल किया गया।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में डर और गुस्से का माहौल है। लोगों ने सवाल उठाए हैं कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोग आसानी से हथियार लेकर शिमला कैसे पहुंच जाते हैं और क्या राज्य सीमाओं पर पर्याप्त जांच नहीं की जाती। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं अगर जारी रहीं तो आम नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है प्रदेश के कई जिलों में कई बार हो चूका है।
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