आचार्य चाणक्य को कौन नहीं जनता आचार्य चाणक्य को कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। वे तक्षशिला विश्व विद्यालय के आचार्य थे। उन्होंने अपने जीवन काल में राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, सामाजिक शास्त्र और कृषि शास्त्र से सम्बंधित कई महान ग्रन्थ लिखे, जिनका अनुसरण करके आज भी उनके अनुयायी इनका लाभ लेते हैं। हज़ारों साल पहले कही गयीं उनकी नीतियां आज भी अनुसरणीय हैं। आप भी आचार्य चाणक्य की नीतियों पर अमल करके जीवन को खुशहाली और सुख शांति से भर सकते हैं। आचार्य का नीतिज्ञान कठोर अवश्य है लेकिन आमजन के लिए फायदेमंद है।
आज के पोस्ट में, आचार्य ने कुछ ऐसी राज की बातें बताई हैं जिन के बारे में आपको अपने किसी करीबी दोस्त या रिश्तेदार को भी नहीं बताना चाहिए। अगर आप इन बातों को किसी के साथ शेयर करते हैं तो आप जीवन में परिशानी में पड़ सकते हैं इसलिए इन बातों को कभी किसी के शेयर नहीं करना चाहिए। आइये जाने हैं इन बातों के बारे में :
आर्थिक समस्या
आचार्य की नीति के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो यह बात किसी को नहीं बतानी चाहिए। अगर कोई आर्थिक समस्या से जूझ रहा है तो ऐसे में यह उसके लिए किसी कमजोरी की तरह ही होता है, और जब लोगों को आपकी कमजोरी का पता चलता है तो वो उसका फायदा उठाते हैं ,आपका उपहास करने के मौके ढूंढ़ते हैं और बेइज्जती भी कर देते हैं।
मानसिक दर्द या तकलीफ
चाणक्य के अनुसार कभी भी किसी को अपने मन के भीतर छिपे हुए दुःख या तकलीफ को किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। इससे या तो सामने वाला व्यक्ति भी दुखी हो सकता है या आगे चलकर वो और भी दूसरे कई लोगों के बता सकता है और हो सकता है आप मजाक बनकर रह जाएँ। ऐसे में आप और ज्यादा दुखी हो जाएंगे।
अपमान की बातें
आचार्य कहते हैं कि किसी मनुष्य को अपने अपमान की बात किसी दूसरे व्यक्ति के साथ साझा नहीं करनी चाहिए। अगर आपका कहीं कोई अपमान हुआ है या किसी ने कोई बेइज्जती की है तो आपको यह बात भी किसी को नहीं बतानी चाहिए, हो सकता है वो भी आपका मजाक बना दे। ऐसी बात किसी को बताने से आपकी छवि धूमिल हो सकती है। इसका काफी नेगेटिव असर पड़ सकता है।
कमाई भले ही कम हो तब भी तिजोरी में रहेगा धन का अम्बार,चाणक्य के ये 5 नियम करेंगे सपना साकार
ये भी पढ़ें : यह खिलौना रखेगा बच्चे को मोबाइल से दूर.. तन मन रहेंगे चुस्त दुरुस्त
0 टिप्पणियाँ